नव वर्ष में.....
नूतन वर्ष!!!
जीवन में लेकर आये नवीन हर्ष
आपके जीवन में आये नव उत्कर्ष,
नव वर्ष में,
“चन्दन” की है यही कामना,
जीवन में न हो दुखों से सामना.
है कटु लेकिन,
उन रिश्तों से बेशक हो जाये आपका वियोग,
जो सर्प-केंचुल की तरह करते इनका प्रयोग.
लें नव संकल्प,
तैयार करें नए विकल्प.
नव ऊर्जा का करें संचार,
औरों की खुशियों का आप बने आधार...
वह “असीम”,
दें आपको बस खुशियाँ इतनी
जिसका न हो कोई अंत
जिसका न हो कोई अंत..
- चन्दन झा